अलयोम न्यूज के हवाले से इकना के मुताबिक अल-अजहर इस्लामिक रिसर्च सेंटर ने कुरान विज्ञान के क्षेत्र में नए कुरान कार्यों के प्रकाशन की घोषणा की, जिसे काहिरा अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले के 55वें संस्करण में प्रस्तुत किया जाएगा।
अल-अज़हर इस्लामिक रिसर्च सेंटर के प्रमुख डॉ. नज़ीर अय्याद के अनुसार, इन कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण दस खंडों में "पवित्र कुरान पर दरम्यानी तफ़सीर" है।
यह तफ़सीर एक आला वैज्ञानिक संस्थान बनाने के लिए इस्लामिक रिसर्च अकादमी के चौथे सम्मेलन की सिफारिश पर आधारित है जिसका उद्देश्य पवित्र कुरान की मध्य तफ़सीर तैयार करना है। इस तफ़सीर को प्रस्तुत करने का उद्देश्य शीर्षक से छेड़छाड़ किये बिना आयतों के अर्थ एवं मायने की छोटी तफ़सीर करना है।
अय्याद के अनुसार, इस व्याख्या में, कई अन्य व्याख्याओं के विपरीत, कुरान के मुख्य उद्देश्य, यानी हिदायत को ध्यान में रखा जाता है। दूसरी ओर, कमजोर हदीसों पर ध्यान दिए बिना आयतों की व्याख्या में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का प्रयास किया गया है।
दूसरी ओर, पिछले वर्षों में अल-अजहर विद्वानों के कई अन्य कुरान कार्यों को दोबारा छापा गया है।
कई आलोचकों ने कुरान की तफ़सीर और विज्ञान में मध्य दृष्टिकोण पर जोर को धार्मिक संस्थानों पर कंट्रोल की मिस्र सरकार की नई नीतियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने के प्रयास के रूप में वर्णित किया है। दूसरी ओर, ज़ायोनी शासन के साथ सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिश को भी इस दृष्टिकोण के लक्ष्यों का हिस्सा बताया गया है।
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