इकना ने फ्रांस 24 का हवाला देते हुए बताया कि, स्वीडिश प्रधान मंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने दावा किया कि विदेशी तत्व उस इराकी शरणार्थी की हत्या में शामिल हो सकते हैं, जिसने बार-बार इस्लामी पवित्रता का अपमान किया था।
कुरान के अपमान के अपराधी सिलवान मोमिका की अदालत का फैसला सुनाए जाने से कुछ घंटे पहले हत्या कर दी गई। पुलिस ने घोषणा किया कि उन्होंने हत्या के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन स्वीडिश प्रधानमंत्री का मानना है कि हत्या में विदेशी ताकतें शामिल थीं।
उल्फ क्रिस्टर्सन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि सुरक्षा सेवाएं इस मामले की बहुत सावधानी से जांच कर रही हैं।" जाहिर है, इस हत्या में किसी विदेशी ताकत का हाथ होने का खतरा है।
क्रिस्टरसन ने एक्स में यह भी लिखा: कि यह हमारे स्वतंत्र लोकतंत्र के लिए खतरा है; हम पूरी ताकत से इसका मुकाबला करेंगे।
कहा ग़या है कि सिलवान मोमिका स्वीडन में रहने वाला एक इराकी नागरिक था, जिसने अपने इस्लाम विरोधी रुख के कारण स्वीडन में कुरान को जलाने के लिए बार-बार सभाएं की थीं।
कहा जाता है कि उनकी हत्या स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम के दक्षिण में सोडरटेलजे शहर में हुई थी।
स्वीडिश अखबार एक्सप्रेस के अनुसार, उनकी हत्या की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं और घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
इराकी नागरिक की सोडरटेलजे के होहो क्षेत्र में एक अपार्टमेंट के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई और घटना की सूचना बुधवार रात 11 बजे के बाद पुलिस को दी गई।
समाचार सूत्रों ने यह भी बताया कि वह गंभीर रूप से घायल हो गये हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। लेकिन गंभीर चोटों के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
स्वीडिश पुलिस प्रवक्ता नादिया नॉर्टन ने कहा, कि "घटना के बारे में हमें जानकारी केवल सोशल मीडिया से मिली है और हम इसकी जांच कर रहे हैं।
गौरतलब है कि सिलवान मोमिका और सिलवान नज्म पर स्टॉकहोम में एक रैली में कुरान को जलाने के लिए अगस्त 2024 से नस्लवाद और मुस्लिम भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाया गया था, और अदालत का फैसला कल, गुरुवार को सुबह 11:00 बजे जारी किया जाना था।
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