इकना न्यूज़ एजेंसी ने हुसैनीयाह (अ.स.) की आधिकारिक वेबसाइट के हवाले से बताया कि शीतलन इकाई के प्रमुख इंजीनियर सफा अली हुसैन ने कहा कि तकनीकी और इंजीनियरिंग परियोजनाओं से जुड़ी शीतलन इकाई ने मुहर्रम-उल-हराम के दौरान जायरीन के लिए एक स्वस्थ और अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष योजना तैयार की है। यह योजना इमाम हुसैन (अ.स.) के पवित्र प्रांगण में उन्नत केंद्रीकृत शीतलन प्रणालियों के उपयोग के माध्यम से लागू की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि इस योजना में कुल नौ हजार टन क्षमता वाली शीतलन प्रणालियों को स्थापित किया गया है, जिसमें मुख्य ध्यान प्रांगण के प्रवेश और निकास मार्गों पर जायरीन के लिए सुखद हवा प्रदान करने पर है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आंतरिक स्थानों में तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच नियंत्रित किया जाता है, ताकि अंदर और बाहर के तापमान के अंतर से होने वाली बीमारियों को रोका जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि मज़ार में सकारात्मक और नकारात्मक दबाव को नियंत्रित करने के लिए एक उन्नत प्रणाली स्थापित की गई है, जो प्रदूषित हवा को बाहर निकालने और श्वसन रोगों के कारकों को कम करने में प्रभावी भूमिका निभाती है। यह प्रणाली पूरी तरह से इराकी विशेषज्ञों द्वारा प्रबंधित और निगरानी की जाती है।
हुसैनीयाह (अ.स.) मुहर्रम-उल-हराम के दिनों में करबला आने वाले लाखों जायरीन के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए एकीकृत इंजीनियरिंग उपायों के माध्यम से प्रयासरत है।
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