IQNA

विश्व मुस्लिम विद्वान संघ: इस्लामी दुनिया सीरिया में इजरायल की आक्रामकता के खिलाफ एकजुट प्रतिक्रिया दिखाए

19:51 - July 18, 2025
समाचार आईडी: 3483884
IQNA-विश्व मुस्लिम विद्वान संघ ने एक बयान जारी करके सीरिया के खिलाफ जायोनी शासन के आक्रमण के प्रति इस्लामी दुनिया की एकजुट प्रतिक्रिया की मांग की है।

इकना के अनुसार, अल-उम्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व मुस्लिम विद्वान संघ ने एक कड़े बयान में हाल ही में दमिश्क पर जायोनी शासन के हमले की निंदा की है और इसे इस्लामी उम्मा की गरिमा का खुला उल्लंघन तथा अरबों और मुसलमानों के सम्मान पर गहरा आघात बताया है।

संघ ने इस हमले को प्रतीकात्मक और रणनीतिक परिणामों के मामले में अभूतपूर्व बताया और चेतावनी दी कि अरब राजधानियों, विशेष रूप से दमिश्क, को लगातार निशाना बनाना सिर्फ एक सैन्य हमला नहीं, बल्कि इस्लामी दुनिया के गौरव और अंतरात्मा पर एक मनोवैज्ञानिक हमला है।

संघ ने अपने बयान में इस्लामी और अरब देशों के नेताओं से तत्काल एक आपात बैठक बुलाने का आग्रह किया ताकि "जायोनी शासन द्वारा इस्लामी उम्मा की गरिमा के साथ खिलवाड़" को रोका जा सके।

बयान में कहा गया है: "एकजुट रुख अपनाना एक विकल्प नहीं, बल्कि एक जरूरत है, क्योंकि इस्लामी उम्मा की गरिमा दिन-दहाड़े रौंदी जा रही है।"

संघ ने सीरिया की संक्रमणकालीन सरकार से विवेक, न्याय और संयम के साथ कार्य करने का आग्रह किया, खासकर दक्षिणी सुवैदा क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की स्थिति में।

विश्व मुस्लिम विद्वान संघ ने उन लोगों को जवाबदेह ठहराने की मांग की, जो संघर्ष भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, और चेतावनी दी कि हथियारों का इस्तेमाल सिर्फ कब्जाधारियों के खिलाफ होना चाहिए, न कि देश के भीतर नफरत फैलाने के लिए, चाहे वह द्रुज हों या सुन्नी।

बयान में कहा गया है कि सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोई भी कोशिश जायोनी शासन के एजेंडे को ही सेवा प्रदान करती है।

संघ ने सीरिया के प्रमुख विद्वानों और धार्मिक-राष्ट्रीय नेताओं से तत्काल एक बैठक बुलाकर सीरिया के विभिन्न समुदायों, खासकर द्रुज और सुन्नियों के बीच मतभेदों को दूर करने और वास्तविक सुलह की दिशा में प्रयासों का नेतृत्व करने का आग्रह किया।

विश्व मुस्लिम विद्वान संघ ने इस पहल में शामिल होने के लिए अपने अध्यक्ष की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की तैयारी भी जताई।

संघ ने पूरे क्षेत्र में इजरायली हमलों से बढ़ते खतरे की ओर इशारा किया और आक्रामकता के खिलाफ बचाव के लिए एक प्रभावी इस्लामी सैन्य और आर्थिक गठबंधन बनाने की अपनी लंबे समय से चली आ रही मांग को दोहराया।

विश्व मुस्लिम विद्वान संघ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारियां निभाने और जायोनी शासन के बार-बार किए जा रहे आक्रमणों को रोकने का आग्रह किया, जिनका उद्देश्य अराजकता फैलाना और एक अतिवादी विस्तारवादी एजेंडे को आगे बढ़ाना है।

4294924

 

captcha