इक़ना रिपोर्ट के अनुसार, "इमाम रज़ा (अ.स.)" नामक अर्बईन के कुरआनी काफिले ने पैदल यात्रा के दिनों के दौरान 80 से अधिक क़ारियों (पाठकों) और हाफ़िज़ों (कंठस्थ करने वालों) को भेजकर गतिविधियाँ आयोजित कीं, जिनमें 13 अलग-अलग राष्ट्रीयताओं के क़ारी भी शामिल थे।
इस काफिले में मौजूद एक क़ारी, कासिम मुक़द्दमी, जो हमारे देश के एक अंतरराष्ट्रीय क़ारी हैं, ने विभिन्न मुकामों पर कुरआन पाठ किया।
उनके अलावा, मोहम्मद हुसैन फ़राहानी, हज़रत मासूमा (स.अ.) के पवित्र स्थल और मस्जिदे जमकरान के मुअज़्ज़िन और क़ारी ने भी इन मुकामों पर कुरआन पाठ किया।
याद रहे कि अर्बईन का कुरआनी काफिला इस वर्ष 17 से 24 मर्दाद (फारसी कैलेंडर महीना, लगभग 8-15 अगस्त) तक नजफ़ अशरफ़ से कर्बला मोअल्ला तक हुसैनी अर्बईन पैदल यात्रा के मार्ग में मौजूद था।
नीचे दिया गया वीडियो "कुरआन के साथ स्वर्ग के मार्ग पर" (با قرآن در مسیر بهشت) नामक रिपोर्टों का नौवां और अंतिम भाग है, जिसे हम साथ देखते हैं।
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