रहस्योद्घाटन की आवाज़
IQNA-إِنْ كَانَ ذُو عُسْرَةٍ فَنَظِرَةٌ إِلَى مَيْسَرَةٍ وَأَنْ تَصَدَّقُوا خَيْرٌ لَكُمْ إِنْ كُنْتُمْ تَعْلَمُونَ﴿280﴾
और अगर वह ज़रूरतमंद हो, तो उसे मोहलत दे दो जब तक वह अमीर न हो जाए और अगर तुम उसे दे दो तो यह तुम्हारे लिए बेहतर है काश तुम जानते होते ।
आयत 280 - सूरह अल-बक़रा
समाचार आईडी: 3484695 प्रकाशित तिथि : 2025/12/01
तेहरान(IQNA)हमारे देश के अंतर्राष्ट्रीय क़ारी जाफ़र फ़रदी ने 41वें फज्र अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में सूरह मुबारकह बक़रह की आयत 285, सूरह मुबारकह फज्र और सूरह कौषर के पहले पांच छंदों का पाठ किया।
समाचार आईडी: 3478565 प्रकाशित तिथि : 2023/02/13