अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA)वेबसाइट «onislam» के अनुसार,यह फ़तवा विभिन्न पाकिस्तानी टेलीविजन नेटवर्क पर प्रसारित किया गया. "ताहिर अशर्फी" पाकिस्तान के प्रसिद्ध विद्वानों में से एक,ने समाचार चैनल एबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहाःपाकिस्तानी विद्वानों का इस बात पर ऐतेक़ाद है कि जो लोग खतरे में हैं विशेष रूप से कराची के साहिली लोग जो तीव्र गर्मी के कारण आपातकालीन स्थिति में रह रहे हैं, रोज़ा रखने से परहेज़ कर सकते हैं. यह उस सममय आया है कराची में गर्मी का तापमान 45 डिग्री से अधिक पहुंच गया है और इस बंदरगाही शहर के के हस्पतालों में डाक्टर्स गर्मी से बीमार 3000 लोगों के इलाज और नजात देने में लगे हैं. पाकिस्तान में तीव्र गर्मी की लहर के कारण अब तक 800 लोगों की जान जा चुकी है जिनमें अधिकतम कराची के बंदरगाह से संबंधित लोग हैं. हाल ही में ययह फ़तवा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अलग-अलग प्रतिक्रिया लाया है। कुछ इसका स्वागत करते हैं और इन हालात में ज़िन्दा रहने के लिऐ आवश्यक माना हालांकि, कई अन्य लोगों ने इसे नही माना और उपवास जारी रखे हैं.