अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) अरकान की जानकारी डेटाबेस के अनुसार, मुस्लिम विद्वानों के अंतर्राष्ट्रीय संघ ने ट्विटर पर एक संदेश में इस सम्मेलन के आयोजन की सूचना दी है।
यह सम्मेलन "रोहिंग्या की त्रासदी" के रूप में में और मुस्लिम विद्वानों के संघ के मलेशियाई अध्याय के साथ सहयोग से तीन दिनों के लिए इस देश में आयोजित किया जारहा है।
रोहिंग्याई मुसलमान दशकों से म्यांमार की सरकार और सैन्य के सुरक्षा तत्वों द्वारा हिंसक हमलों और जातीय सफाई का शिकार रहे हैं और यह बात हजारों रोहिंग्याइयों की हत्या और उनमें से लाखों लोगों के पलायन का कारण है।