म्यांमार में मुसलमानों के अधिकारों की गारंटी के लिए आग्रह
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA) खबर "Mizzima" के अनुसार, म्यांमार में मुसलमानों के खिलाफ पिछले कुछ सालों में इस्लाम विरोधी घटनाओं के मद्देनजर, इस देश के मानव अधिकारों के संगठनों ने "आंग सान सूची", म्यांमार सरकार की सलाहकार से मांग की है कि इन घटनाओं की जांच के साथ मुसलमानों के खिलाफ बौद्ध राष्ट्रवादी हमलों का जवाब दें।
यह घटनाऐं "यांगून" म्यांमार के सबसे बड़े शहर में रमजान की शुरुआत में दो इस्लामी स्कूलों के बंद होने पर शामिल हैं जो कि मुसलमानों की प्रार्थना आयोजन के स्थल थे और रोज़ादार मजबूर हुऐ कि सड़कों पर प्रार्थना आयोजित करें।
एक व्यापक नज़र में, यह घटना देश में गैर- बौद्धों को अपनी इबादत अंजाम देने में सीमित करने के पैटर्न का ऐक हिस्सा है कि म्यांमार जनसंख्या में वृद्धि पर ध्यान देते हुऐ, मस्जिदों की संख्या निर्माण और नवीकरण पर प्रतिबंध लगाने के कारण गिरावट की ओर हैं।
इसी म्यांमारी मुसलमान भी इस्लामी स्कूलों के उपयोग पर गंभीर प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं।
आंकड़े बताते हैं कि म्यांमार की 60 से 75 मिल्यूनी आबादी के बीच चार से पांच प्रतिशत मुसलमान हैं।