आंग सान सू ची से नोबेल पुरस्कार वापस लेने के लिए आइस्को का अनुरोध
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA) खबर Freepen द्वारा उद्धृत के अनुसार, संगठन ISESCO ने ऐक बयान जारी करके नोबेल पुरस्कार समिति से अनुरोध किया कि तुरंत पुरस्कार "शांति नोबेल", जो 1991 में म्यांमार के प्रधान मंत्री द्वारा प्राप्त हुआ था वापस लिया जाऐ।
इस बयान में कहा गया है: " रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यक के खिलाफ क्रूर और अमानवीय अपराधों को म्यांमार की प्रधान मंत्री की सूचना के साथ अंजाम दिया जा रहा है, और ये घटनाएं नोबेल शांति पुरस्कार, अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार के लक्ष्यों के विपरीत हैं।
आइस्को के इस बयान के दूसरे भाग में, कि उसका मुख्यालय रबत, मोरक्को में है जोर दिया गया है: म्यांमार के प्रधान मंत्री ने नोबेल शांति पुरस्कार खो दिया है।
इस संगठन ने इसी तरह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कहा म्यांमार में इस हत्याकांड और मानव अधिकारों के उल्लंघन का तुरंत अंत करने के लिए हस्तक्षेप करें।
यूएन हाई कमिश्नर के मुताबिक, पिछले 10 दिनों में 78,000 से अधिक रोहिंगियाई नागरिक उनके खिलाफ हालिया हिंसा के कारण म्यांमार के राज्य राख़ीन से बांग्लादेश भाग गए हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 अक्तूबर से म्यांमार सेना ने रोहिंग्या मुसलमानों पर अमानवीय हमलों को राखीय (पश्चिमी म्यांमार) में कट्टरपंथी सेना और कट्टरपंथी ताकतों का इस्तेमाल करके तेज़ कर दिया है।