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रोहंग्याई अल्पसंख्यक के खिलाफ अपराधों पर मुसलमानों का गुस्सा

16:35 - September 05, 2017
समाचार आईडी: 3471782
अंतर्राष्ट्रीय समूह: इस्लामिक देशों और दुनिया के मुस्लिम लोगों ने पश्चिमी राज्य राख़ीन में रोहिंग्याई मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ म्यांमार में बौद्ध चरमपंथियों व सरकारी अपराधों की निंदा के साथ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करके इन अमानवीय अपराधों के संबंध में अपने विरोध मेंका ऐलान किया।
रोहंग्याई अल्पसंख्यक के खिलाफ अपराधों पर मुसलमानों का गुस्सारोहंग्याई अल्पसंख्यक के खिलाफ अपराधों पर मुसलमानों का गुस्सा

अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (इक़ना) के लिऐ टेलीसुर न्यूज एजेंसी के अनुसार, महिलाओं के लिए शिक्षा के प्रभारी पाकिस्तानी कार्यकर्ता और सबसे कम उम्र के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफज़ई ने ट्विटर पर एक बयान में कहा कि उनका दिल रोहंग्याई मुसलमानों की पीड़ा से टूट गया है।

उन्होंने कहा कि आंग सान सूची, म्यांमार की नेता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता से रोहिंग्याई अल्पसंख्यक के खिलाफ हिंसा की निंदा करने के लिए आग्रह किया।

आंग सान सूची ने अब तक रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यक संकट को खत्म करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है जो मुसलमानों द्वारा आलोचना का शिकार हो रही हैं।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने रोहंग्याई मुसलमानों और रोहंग्याई विस्थापित लोगों की हत्या की संख्या में वृद्धि के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की है और म्यांमार सरकार से इस मुद्दे की जांच के साथ आगे की कार्रवाई रोकने की मांग की है।

डाकोको विदोडो इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने भी सू ची के साथ बातचीत करने के लिए अपने देश के विदेश मंत्री को म्यांमार भेजकर हिंसा को खत्म करने का आग्रह किया गया।

इसी तरह इन्डोनेशियाई मुस्लिमों का विरोध प्रदर्शन, दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी, उसी तरह जारी है, और हाल के दिनों में लोगों ने जकार्ता में म्यांमार के दूतावास के सामने हिंसा को रोकने की मांग की है।

स्थानीय इन्डोनेशियाई मीडिया के अनुसार, इस सप्ताह अधिक रैलियां आयोजित की जाएंगी अन्य बातों के अलावा, बौद्ध मंदिर "बलबूडोर" केंद्रीय जावा में आयोजित की जाएगी और ता कि लोग अपने विरोध को म्यांमार के बौद्ध अधिकारियों व बौद्धों को को पंहुचाऐं।

रूस में चेचन गणराज्य की राजधानी भी कल हजारों मुसलमानों के एकत्र होने का स्थल थी जो इन अपराधों का विरोध कर रहे थे।

चेचन्या के राष्ट्रपति रमजान कादिरोव ने सभा में कहा था: "इस खून बहाने को रोको हम चाहते हैं कि इन अपराधों के अपराधियों की जांच और सजा दी जाऐ।

चेचन्या में बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों में, काकेशस के सभी हिस्सों में सैकड़ों हजार लोग मौजूद थे।

बौद्ध शक्तियों और चरमपंथियों द्वारा रोहिंग्याई मुसलमानों के खिलाफ हिंसा के नए दौर के बाद यह वैश्विक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 9 0,000 से अधिक लोगों को बांग्लादेश भागने में भाग ले रहे हैं।

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