
IQNA की रिपोर्ट अफगानिस्तान एरियन्यूज़, के अनुसार, ईसाइयों के ईस्टर के अवसर पर रविवार, 21 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमलों के बाद, जो श्रीलंका के चार चर्चों और तीन होटलों में किऐ गऐ और आईएसआईएल ने इसकी जिम्मेदारी ली, अब ईसाई अनुयायियों के एक समूह ने घटनाओं पर गुस्सा ब्यक्त किया है, तथा अफ़गानी और पाकिस्तानी प्रवासियों को धमकी दी है।
Ngombo शहर (श्रीलंका के पश्चिम में एक शहर) में ईसाई लोग अफ़गानी और पाकिस्तानी प्रवासियों के घरों के सामने एकत्र हुए और उन्हें अपने घरों को नहीं छोड़ेंगे तो जान से मार दिऐ जाऐंगे।
अफ़गान शरणार्थियों में से एक ने कहा: "जब मैं अपने घर से बाहर निकला, तो मेरा सामना उन गुस्साऐ लोगों से हुआ, जिनके पास चाकू और लकड़ी थी और मेरे घर के सामने इकट्ठा हुए थे।
श्रीलंका में कुछ अफ़गानी और पाकिस्तानी प्रवासियों को ईसाइयों ने पीटा भी और उन्हें घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया,इसी तरह नीगोम्बो शहर में ईसाईयों ने मुस्लिम बिक्री केंद्रों पर हमला किया और और इन केंद्रों के शीशे तोड़ दिऐ।
कुछ अफ़गानी और पाकिस्तानी प्रवासी आतंकवादी हमलों से क्रोधित ईसाइयों द्वारा हमले के डर से पुलिस कार पार्क में और इसी समूह से 250 लोग नेगोंबो की केंद्रीय मस्जिद में जो सुरक्षा बलों द्वारा संरक्षित की गई है इकट्ठा हुऐ हैं।
आईएसआईएल के आतंकवादी हमले ने चार चर्च और तीन श्रीलंकाई होटलों में 300 लोगों की जान ले ली और सैकड़ों लोगों को घायल कर दिया।
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