IQNA-इमाम रज़ा (अ.स.) ऐसे दौर में रहे जब बड़े-बड़े फितने (उथल-पुथल) मौजूद थे और उनकी इमामत को इमाम काज़िम (अ.स.) के साथियों की तरफ से खतरनाक परीक्षाओं का सामना करना पड़ा। उनमें से कई लोगों ने इमाम रज़ा (अ.स.) की इमामत को स्वीकार नहीं किया।
समाचार आईडी: 3483499 प्रकाशित तिथि : 2025/05/09
कर्बला होज़ाए इल्मिया के उस्ताद ने इकना के साथ एक इंटरव्यू में बताया
करबला (IQNA) सैय्यद मोहम्मद अल-मौसवी ने कुरान और सुन्नत के हवाला के लिए इमाम रज़ा (अ.स.) के तरीके का जिक्र किया और कहा पैगंबरी और इमामत की व्याख्या करने में अन्य पवित्र पुस्तकों का हवाला देने के साथ-साथ अन्य धर्मों के धार्मिक नेताओं के साथ इमाम (अ.स.) की उच्च नैतिकता व्यवहार करना भी शामिल है। जो अहल अल-बेत की आईडियोलॉजी को बढ़ावा देने और इसकी प्रामाणिकता साबित करने में महत्वपूर्ण है।
समाचार आईडी: 3479820 प्रकाशित तिथि : 2023/09/17