IQNA-इमाम हसन (अ.स.), जो घटनाओं से अवगत थे, जानते थे कि उनके अनुयायी बनी उमय्या की बर्बरता से बहुत पीड़ित होंगे, इसलिए उन्होंने मुख्य रूप से इस्लाम के हित में और दूसरे स्तर पर अपने अनुयायियों और प्रेमियों के हित में शांति को स्वीकार किया।
समाचार आईडी: 3484074 प्रकाशित तिथि : 2025/08/22
IQNA-माह सफ़र के आखिरी दिन नबी-ए-आकरम हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व आलिही व सल्लम) की विदाई, इमाम हसन (अलैहिस्सलाम) की शहादत और इमाम रज़ा (अलैहिस्सलाम) की शहादत के साथ मेल खाते हैं। इनमें से हर दिन इन महान हस्तियों की ओर रुजू (तवस्सुल) करने का है, और माह सफ़र के आखिरी दिनों का जुमा होना, इमाम-ए-ज़माना (अलैहिस्सलाम) की ओर ज़्यादा तवस्सुल करने का मौका देता है।
समाचार आईडी: 3484071 प्रकाशित तिथि : 2025/08/22
IQNA-इमाम हसन (अ.स.) ने हमें सिखाया कि सुधार केवल टकराव और संघर्ष के माध्यम से प्राप्त नहीं होता है, बल्कि इस्लाम के महान सिद्धांतों के मार्ग पर जागरूक, धैर्यवान और निस्वार्थ राष्ट्र का निर्माण सबसे बड़ी जीत है।
समाचार आईडी: 3483191 प्रकाशित तिथि : 2025/03/16
तेहरान (IQNA) - इमाम अली (अ.स) के पवित्र तीर्थस्थल के संरक्षक ने कहा कि इराक़ और अन्य देशों से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पवित्र शहर नजफ़ में एकत्र हुए हैं।
समाचार आईडी: 3477809 प्रकाशित तिथि : 2022/09/25