अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) शाखा पश्चिम और दक्षिण पश्चिम एशिया के अनुसार यह सम्मेलन इस्लामाबाद में कुरआन की तिलावत द्वारा शुरू हुआ और फिर पाकिस्तानी धार्मिक विद्वान Hojjatoleslam मोह्सिन हमदानी ने बोलते हुए कहा कि पाकिस्तानी विशेष रूप से सबसे ज्यादा अहलेबैत (अ0) को चाहते हैं लेकिन इन जीवन और सीरत के बारे में कम ज्ञान रख़ते है और यह इस्लाम के धार्मिक विद्वानों की ज़िम्मदारी बनती है कि लोग़ों को जीवन से सूचित किया जाए.
यह सम्मेलन जो 8 अप्रैल को इस्लामाबाद के इमामबाड़ा अबुतालिब में विद्वानों, बुद्धिजीवियों, धार्मिक छात्रों और पाकिस्तानी नागरिकों की एक बड़ी संख्या के बीच आयोजित किया गया
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