अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) ने समाचार पत्र "डेली मेल" के अनुसार बताया कि कानूनों के नए संशोधनों के आधार पर ब्रिटेन के निजी स्कूलों में धार्मिक अध्ययन सिखाने में एक धर्म की तुलना में अधिक की जरूरत है। नए निर्णय के ग्रेट ब्रिटेन के हिस्से अलग-अलग धर्मों के बारे में जानने के लिए और स्कूलों में चरमपंथ को रोकने के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए सरकार की योजना है। यह क़ानून इस लिए बनाया ग़या है ताकि पाठ्यक्रम में इस्लाम शिक्षण के अलावा धर्रम को भी पहचान सकें इसके बावजुद भी ब्रिटेन के इस्लामी नेताओं ने बताया कि कैथोलिक के स्कूलों में इस्लाम की शिक्षा पर रोक लग़ा दिया है। ब्रिटेन मुस्लिम काउंसिल के पूर्व महासचिव इकबाल सक्रानी इसके विरोध में कहा कि यह निर्णय पोप के संदेश के विपरीत है। कैथोलिक चर्च के ब्रिटेन में 2000 से अधिक स्कूल हैं।