अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) अल आलम न्यूज नेटवर्क के हवाले से, खूनी गुरुवार, अल खलीफा के भाड़े के तत्वों द्वारा 2011 में लोलु मैदान में एक शांतिपूर्ण स्थान मंचन पर रात हमले की याद ताजा करती है।
अल-खलीफा के आतंकवादियों और सुरक्षा बलों ने इस हमले में, हथियारों की एक किस्म का उपयोग कर के, बहरीन के नागरिकों की एक महत्वपूर्ण संख्या को शहीद या घायल कर दिया था ।
बार बार,कराना,अबूसबीअ,अश्शाख़ूरह और आली क्षेत्रों के लोग हाथों में शहीदों की तस्वीरों और मोमबत्तियों को उठा कर इन शहीदों के क़ातिलों की सज़ा और अदिल व स्वत्रंत कोर्ट में पेश करने की मांग की और आज़ादी व अपनी तक्दीर के तय करने पर आधारित मानव जन आंदोलन को जारी रखने पर जोर दिया।