म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का उद्घाटन हो
अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) समाचार एजेंसी «Arakanna» के हवाले से, बान की मून ने कहा कि यह कार्यालय म्यांमार में मानव अधिकारों के मुद्दों में मदद करने के लिए काम करेगा।
बान की मून ने यह सवाल "ऊ क्याव टिन", म्यांमार के उप विदेश मंत्री के साथ न्यूयॉर्क में बैठक के दौरान, उठाया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस बैठक में एक बार फिर से म्यांमार में मानव अधिकारों की स्थिति में सुधार और देश में धार्मिक समुदायों के बीच संबंधों में सुधार का आह्वान किया।
बान की मून ने पिछले महीने म्यांमार बौद्ध देश की यात्रा एक शांति सम्मेलन में जो कि दशकों से युद्ध के अंत करने के लिए विभिन्न जातीय समूहों को एक साथ लाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी भाग लिया।
रोहिंग्याई मुसलमान 2012 में बौद्ध हिंसा शुरू होने के बाद से, विस्थापित और भयानक यातना शिविरों के शरणार्थियों में बदल गऐ हैं।
संयुक्त राष्ट्र के ह्यूमन राइट्स के कार्यालय ने तीन महीने पहले रोहिंग्याई अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ मानवाधिकारों के उल्लंघन शहरीयत न देने,ज़बरदस्ती काम कराने और शारीरिक यातनाऐं देने जैसे अपराधों का ऐलान किया। यह कार्वाइयां रोहिंग्याई अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ ऐक संयोजित व ब्यापक हमलों का पता देती हैं जो मानवता के विरुद्ध अपराध न्यायलय में पेश होने की सूरत में पहचाना जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र ने इसी तरह म्यांमार की नई सरकार से आग्रह किया कि इस मुस्लिम अल्पसंख्यक के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन की जांच करने के लिए स्वतंत्र और व्यापक जांच समिति का गठन किया जाऐ।