IQNA की रिपोर्ट वर्ल्ड वाइड कफ़ील की वेबसाइट के हवाले से, यह त्योहार, अब्बास अ. के पवित्र रौज़े के प्रयास " और अमीरुलमोमनीन(अ.स)सबसे पहले इबादत करने वाले और ज़ाहिदों में सबसे बड़े ज़ाहिद" के नाम से 13 से 18 रजब तक इमाम अली (अ.) के जन्म दिन की मुनासेबत से आयोजित होगा।
अब्बासी रौज़े की अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक गतिविधियों की आयोजन समिति के अनुसार, यह त्योहार पवित्र अलवी, हुसैनी और काज़्मैन रौज़ों की साझेदारी व सहयोग से और अहलेबैत (अ.स) के संस्कार और संस्कृति और उनकी परंपरा के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य के आयोजित किया जाऐगा तथा इमाम अली के व्यक्तित्व के बारे में गतिविधियों की एक किस्म पर शामिल है।
समिति ने कहा: "ईराक के मुक़द्दस रौज़ों की भागीदारी के साथ पुस्तक की प्रदर्शनी, इराक के पवित्र स्थानों के अंतरराष्ट्रीय क़ारियों की उपस्थिति के साथ कुरानिक हलकों की स्थापना, हुसैनियों, मस्जिदों और अनाथों के घरों के दौरे, प्रमुख धार्मिक हस्तियों के साथ मुलाकात और ऐतेक़ादी प्रतियोगिता की स्थापना ऐसे कार्यक्रम हैं जो इस त्योहार में आयोजित किऐ जाऐंगे।
याद रहे कि, इमाम अली (अ.स) धार्मिक-सांस्कृतिक 5वां महोत्सव,पिछले साल अप्रेल में पवित्र अब्बासी आस्ताने की ओर से और अलवी, हुसैनी और अस्करीऐन रौज़ों की भागीदारी के साथ इस साल "कलकत्ता" भारत में आयोजित किया गया था।
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