अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) ने वेबसाइट "Alasmh" के अनुसार बताया कि अल-अजहर विश्वविद्यालय में इस्लामी कानून के प्रोफेसर अहमद करीमा अल-अजहर के वरिष्ठ विद्वानों की प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति में क़ुद्स की पवित्र तीर्थ यात्रा की की वैधता और फिलीस्तीनी लोगों के खिलाफ यहूदीयों के कब्जे के बारे में बातचीत किया।
अहमद करीमा ने कहा कि कुद्स और अल अक्सा मस्जिद की ज़ियारत सभी धर्मों मुस्लिम विद्वानों और धार्मिक पादरी यात्रा कर सकते हैं इनकी तीर्थयात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
हालांकि जॉर्डन, मिस्र और सऊदी अरब के धार्मिक विद्वानों की एक संख्या ने कहा है कि इसराइल के कब्जे के होते हुए जाएज़ नही है
3457412